लाभ – इस मन्त्र के जप से शत्रुओं से रक्षा, शत्रु विजय, सभी रोग के निवारण का फल प्राप्त होता है. तेरे भुज दण्ड प्रचंड त्रिलोक में रखियो लाज मरियाद मेरी ओम् ऐं ह्रीं हनुमते रामदुते लंकविधवंसने अंजनी गर्भ सम्भुतय शकिनि डाकिनी विध्वंसनाय किलकिली बुबुकरेन विभीषण हनुमददेवय ओम ह्रीं ह्रीं https://annex975yku6.bloggerbags.com/40836268/rumored-buzz-on-hanuman-mantra