आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »इस चालीसा को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥ Hanuman’s unwavering devotion to Lord https://shabarmantra85172.blogdigy.com/considerations-to-know-about-bajrang-baan-48913709